बुधवार, 5 जुलाई 2017

उम्‍मीद

उम्‍मीद
साथ हो तो
परछाईं भी
बगलगीर होती है

वरना
भंवर में छोड़कर जाने
वालों की क्‍या कमी है।

0 राजेश उत्‍साही

शनिवार, 1 जुलाई 2017

मौन

ये
दो मिनट के
मौन का वक्‍त नहीं है

वक्‍त है
उन्‍हें मौन कराने का
जो उगलते रहते हैं
मानवता
के
खिलाफ
अनर्गल ।

0 राजेश उत्‍साही 

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