चहकी दिल चिडि़या, कुछ खास होगा
लब पर मुस्कराहट, कुछ खास होगा
माना कि हम हैं दूर बहुत दूर, खुद से
ढूंढों कि कोई तो बहुत आसपास होगा
यूं ही नहीं तड़फता है दिल सीने में
कोई चाहने वाला कहीं उदास होगा
पास जब तक रहोगे पता नहीं चलेगा
जाओगे दूर तो यह भी अहसास होगा
0 राजेश उत्साही (बंगलौर,मई,2010)