पुराने शहर के
दोस्त हैं कि बहुत याद करते हैं
ईमेल पर फेसबुक पर
एसएमएस पर
फोन पर
लुटाते हैं लाड़ प्यार
लेकिन जब जाता हूं शहर
साल छह महीने में
चाहे जितना स्टेटस लगाऊं
चाहे जितना फेसबुक पर चिल्लाऊं
कोई मिलने नहीं आता
सच तो यह है कि मैं भी कहां जाता हूं
दोस्त हैं कि बहुत याद आते हैं।
0 राजेश उत्साही
मशीन हो गए हैं सब.....
जवाब देंहटाएंया पिस रहे हैं किसी मशीन में.....
अकसर दोस्त चाह के भी आ नहीं पाते हैं..
अनु
:):) सच दोस्त बहुत याद करते हैं ...
जवाब देंहटाएंएक सच यह भी है जो आपने कहा ... सब बहुत याद आते हैं ...इससे इंकार भी नहीं
जवाब देंहटाएंMAI DOST KO YAAD KARATAA HOO
जवाब देंहटाएंDOST MOOJHE YAAD KARTA HAI
KYOKI MAI USKAA DOST HOO
WAH MERA DOST HAI
ये ही हकीकत है , बहुत शानदार प्रस्तुति ।
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