नीमा
मैंने
तुमने
हमने
शुरू किया था
नया जीवन
इसमें
नया
उतना ही था
जितना होता है सबके लिए
तुम
हिन्दी साहित्य
की प्राध्यापिका
सेंधवा के छोरा-छोरियों की वर्मा मैडम
आईं थीं होशंगाबाद पटेल साहब की बहू
बड़ी बहू बनकर
पूरी रेल्वे कालोनी में थी चर्चा
पटेल साहब की बहू कॉलेज में पढ़ाती है
मैं खुश था
अम्मां खुश थीं
बाबूजी खुश थे
सब खुश थे कि तुम पढ़ा रही हो
कॉलेज में पढ़ा रही हो
दुख था
तो केवल यह कि
बहुत दूर था सेंधवा
नर्मदा
होशंगाबाद को भिगोती और
तीन सौ किलोमीटर का फासला पार करके
सेंधवा के आसपास खलघाट
को छूती
तुम जानती हो कि
कितनी कोशिशें हुई थीं
तुम्हारा तबादला
होशंगाबाद या कहीं आसपास हो जाए
बाबूजी शिक्षा मंत्री के दरवाजे तक हो आए थे
पर तदर्थ नियुक्ति के कारण
यह संभव नहीं हो सका था
नीमा
सच ये भी है कि कुछ
मध्यमवर्गीय आदर्श थे जिनके
तले मैं भी था और तुम भी
यह भी यर्थाथ था
मुझ से छोटे तीन और भाई बहन थे
घर में
दादी और अम्मां बाबूजी भी थे
अम्मां ही थीं जिन्होंने सारा घर संभाल रखा था
मदद याकि हाथ बंटाने के लिए
स्वाभाविक रूप से जो आ सकता था
वह बडे़ बेटे की बहू
मेरी पत्नी
तुम थीं
तुमने भी देखा
महसूस किया
भावनात्मक, नैतिक और कुछ तथाकथित सामाजिक दबाव
तुमने यह फैसला किया, नहीं
शायद
हम दोनों ने यह फैसला किया
तुम केवल पटेल साहब कि बड़ी बहू बनी रहो
याद है
हम दोनों बसंत की सत्ताईसवीं नाव में सवार थे
लगता था जैसे
मिलकर दोनों ने पतवार नहीं संभाली तो
पता नहीं कब किनारें लगें
शायद
हमारे फैसले को पकाने में
विछोह के नमक का भी हाथ था
अंतत:
त्यागपत्र लिखकर
तुम चलीं आईं थीं
तुम आ गई थीं
बड़ी बहू बनकर
तुमने
अपनी ओर से यह प्रयत्न
किया था
निभा पाओ दायित्व अपना
पर कहीं कुछ ऐसा था जो आड़े आता रहा
इस बीच
तुम्हारे छोटे भाई ने सूचना दी कि
अभी तक त्यागपत्र स्वीकृत नहीं हुआ है
एक बार फिर
सब कुछ सोचा गया
हमने तय किया कि
तुम वापस जाकर
सेंधवा के छोरा-छोरियों की वर्मा मैडम हो जाओ
तैयारी हो गई थी
छोटा भाई तुम्हें
लेने आया था
लेकिन
तुम्हारे और अम्मां के बीच
जाने क्या बातचीत हुई कि
तुमने अपना फैसला
अचानक बदल दिया
नीमा
तुम शायद
नहीं जानतीं
कितने दिन और कितनी रातों तक
मैंने महसूस किया जैसे
मैं गर्म तवे पर बार बार गिराई जारी कोई बूंद हूं
सच कहूं तो आज तक
मैं उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पाया हूं
शायद
तुमने भी मुझे
अब तक
माफ नहीं किया है न!
0 राजेश उत्साही
(कविता अभी और भी है.....)