ये सपनों से भरी कजरारी आंखें
गुलाब की पंखुडि़यों से होंठ
और पकौड़े जैसी नाक वाली
कौन हो तुम ?
सब पूछते हैं बस यही एक सवाल
क्या संबंध है मेरा तुमसे ?
मैं सवाल सुनकर बस मुस्करा भर देता हूं
अगर यह राज है तो फिर राज ही रहना चाहिए
पर कब तक !
सोचता हूं कभी तो दुनिया को बताना ही चाहिए
तुमसे पहली मुलाकात कोई बीस बरस पहले हुई
होगी
तुम अचानक ही तो आ गईं थीं सामने
और पहली ही नजर में मोह लिया था तुमने
सबकी नजर बचाकर
करके थोड़ी सी बेईमानी मैंने
तुम्हें बना लिया था बस अपना
परवाह नहीं की थी किसी की
अब भी कहां करता हूं
जहां गया हूं वहां तुम साथ हो मेरे
सोते, जागते, उठते, बैठते बस तुम्हें सामने
देखना चाहता हूं
सोचता हूं
क्या सचमुच बीस बरस पहले ही मिली थीं तुम
मुझे
या...???0 राजेश उत्साही
सरासर बेईमानी ।
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति ...बधाई बीस बरस होने के लिए ...!!
जवाब देंहटाएंबीस बरस नहीं...जन्मों पुरानी बात है ये तो :-)
जवाब देंहटाएंबधाई !!!
अनु
बीस बरस पहले मिलने की बधाई .... कुछ खास ही बात है :)
जवाब देंहटाएंआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 14-02 -2013 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं....
आज की नयी पुरानी हलचल में ..... मर जाना , पर इश्क़ ज़रूर करना ...
संगीता स्वरूप
.
अच्छा लगा पढ़कर ...
जवाब देंहटाएंबीस बरस होने की हार्दिक बधाई ! :)
~सादर!!!
ये बरसों की गिनती याद कहाँ रहती है ? जब गिनते हैं तो लगता है की अभी कल की ही तो बात है।
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