अच्छा खासा है हीमोग्लोबिन
इससे पर्याप्त मात्रा में मिलेगी ऑक्सीजन आपको
कोलेस्ट्राल नियंत्रण में है
और ब्लडप्रेशर भी
बस शुगर हो गई है 148
मेडीकल रिपोर्ट देखते हुए
मुझसे आधी उम्र के डॉक्टर ने कहा
पूछा नहीं उसने
बस दे दीं हिदायतें
नो स्मोकिंग
नो अल्कोहल
तिरेपन के हो गए हैं आप
जॉंगिंग मत करिए, हां पैदल जरूर चलिए
कम से कम चार किलोमीटर रोज
और हां मीठे से कर लीजिए तौबा
पर डायटिंग मना है आपके लिए
*
ऑक्सीजन....मिलेगी तब, जब होगी
अभी तो हम जिंदा हैं जहरीली होती हवा पर
बीड़ी, सिगरेट और धुंए वाली किसी चीज का नशा
किया नहीं अभी तक हमने
पर डॉक्टर
उस ‘स्मोक’ का क्या करें जो न चाहते हुए भी
उस ‘स्मोक’ का क्या करें जो न चाहते हुए भी
जब तब चला आता है फेंफड़ों में
और...अल्कोहल तो केवल
बोतलों में नहीं मिलता डॉक्टर
आंखों में भी होता है और रूप में भी
उससे कैसे बच सकते हैं अपन
रही मीठे से तौबा की बात
तो कड़वे से अपना जन्म जन्म का नाता है
इसीलिए मीठा खाकर मीठा बोलने की जुगत में रहते आए हैं
अब उस पर भी प्रतिबंध !
डायटिंग ! यह किस चिडि़या का नाम है ?
हां भूखे रह जाने को आप डायटिंग कहते हैं
तो कह सकते हैं
पूरा जीवन ही यहां
जॉगिंग करते यानी भागते-दौड़ते बीता है
आप कहते हैं पैदल चला कीजिए
यह कैसे संभव है ?
कुछ भी तो ठीक नहीं है
डॉक्टर
पर आप कहते हैं
तो मान लेता हूं कि
सब कुछ तो ठीक है।
0 राजेश उत्साही
(16 नवम्बर,2011, बंगलौर)
क्या मस्त पोस्ट लिखी है यार ....
जवाब देंहटाएंमान गए गुरु !
शुभकामनायें मस्त रहने के लिए !
कुछ भी तो ठीक नहीं - और तो बाकी सब ठीक
जवाब देंहटाएंHAAL CHAAL THIK THAAK HAI. B.A. KIYA M.A. KIYA SUB KOOCHH THIK THAAK HAI. REDIO PAR BAJANE WALA YAH GEET YAAD AA GAYA. DHANYWAD. SMS UDAY TAMHANEY.BHOPAL.TO 9200184289
जवाब देंहटाएंहर आम शहरी की कविता...बेहतरीन
जवाब देंहटाएंSahi kahan Arun ji ne.. jan jan ki kavita.. ghar ghar ka haal...
जवाब देंहटाएंवायु जल ..सब प्रदूषित है ..बाकी सब ठीक है ... बहुत अच्छा कटाक्ष
जवाब देंहटाएंक्या बात कही आपने.... मीठी मुस्कराहट है यह रचना...
जवाब देंहटाएंकहीं पाठक का शुगर लेवल १४८ न हो जायें...:)))
सादर....
कुछ भी ठीक नही………फिर भी सब ठीक है……………सब तो कह दिया अब हम क्या कहें?…………एक आम इंसानी जीवन को दर्शाती शानदार प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर , एक तो ऊपर वाले ने गिनती के चार दिन दिए हैं उसपे
जवाब देंहटाएंभी अगर इतनी बंदिसे लग जाएँ तो क्या खाक जीवन है | बिंदास जियें
असल बात तो आपने कही है !
जवाब देंहटाएंsachhayi utar kar rakh di.
जवाब देंहटाएंगुलमोहर के फूल बहुत ही सुंदर है :) नयापन लिए है आप की रचना ,बधाई स्वीकार करें
जवाब देंहटाएंKOOCHH BHI TO THIK NAHI HAI. PHIR BHI HASNTE RAHIYE. HA ! UDAY TAMHANEY. BHOPAL.
जवाब देंहटाएंपहले पैरा में कहा..कहा..दो बार कहा है बस यही ठीक नहीं है। बाकी सब तो ठीक है।
जवाब देंहटाएंडाक्टर को जबरी सुना आइये ई कविता। तनिक उसका भी बीपी हाई हो जाय:-)
एक बार एक दांत के डाक्टर से मैं दांत उखड़वाने गया। वह देर कर रहा था तो अपनी कविता सुनाने लगा। डाक्टर तो नहीं पर वह जिसका दांत उखाड़ने में व्यस्त था वह बार-बार मचल रहा था। डाक्टर मेरी कविता सुन-सुनकर मुस्कुरा रहा था। जब मैं दांत उखड़वाने के लिए चेयर पर बैठा तो वह शख्स आया और जोर जोर से ऊँ..ऊँ करने लगा। मैने डाक्टर से पूछा कि डाक्टर साहब ये क्या कह रहे हैं? डाक्टर बोले...कह रहे हैं दर्द हो रहा है नहीं तो बताते! दरअसल ये भी आपकी तरह कवि हैं!! मैने ध्यान से देखा वे सांड़ बनारसी थे। मशहूर हास्य-व्यंग्य के कवि:-)
एक ने कही दूजे ने मानी, नानक कहें दोनों ज्ञानी.
जवाब देंहटाएंआपने डॉ. की मानी.
फिर तो आप भी ज्ञानी हैं जी.
आपके उत्साह ने मग्न किया जी,राजेश जी.
बहुत बहुत आभार आपका.
समय मिले तो मेरे ब्लॉग पर भी आईयेगा.
@ शुक्रिया देवेन्द्र भाई। एक 'कहा ' गलती से चला गया था। हटा दिया है।
जवाब देंहटाएं*
अच्छा हुआ आप डॉक्टर की पनाह में थे वरना 'सांड' साहब कविता नहीं सही अपनी दो चार ठोकर तो मार ही देते। सांड बनारसी जी को पढ़ा भी और सुना भी।
bahut hi behtareen abhivyakti hai. dua hai ki aap swasth rahein.
जवाब देंहटाएंकुछ भी तो ठीक नहीं ... बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंअच्छी कोशिश लिखने की प्रयास जारी रखे
जवाब देंहटाएंशेष सब ठीक ठाक है,मेरे नए पोस्ट पर स्वागत है,...
मान लेने में जाता क्या है , बिलकुल सही कहा . डॉक्टर को कविता अगली बार जरुर सुना देंगे . सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंअब डाक्टर बोलेगा तो मानना ही पड़ेगा और कोई चारा भी तो
जवाब देंहटाएंनहीं है ..बढिया लिखा है मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
बहुत सुंदर प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद। ।
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