मुबारक
इक्कीस का
दस
नए साल के नर्म गाल पे,
आओ मलें सब रंग गुलाल के !
नए साल की मस्त ताल पे,
रचें गीत हम कुछ धमाल के !
नए साल के हरेक काल पे,
रखें याद हम सपने हाल के !
नए साल में हों कमाल के,
समाधान कुछ ज्वलंत सवाल के !
नए साल के उजले भाल पे,
लिखें इबारत नए ख्याल से !
0 राजेश उत्साही
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
गुलमोहर के फूल आपको कैसे लगे आप बता रहे हैं न....